केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को घोषणा की कि देश में डेयरी क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए तीन नई बहुराज्यीय सहकारी समितियों की स्थापना की जाएगी। इन समितियों का उद्देश्य पशु चारा उत्पादन, गोबर प्रबंधन और मृत पशुओं के अवशेषों के उपयोग जैसे अहम मुद्दों पर काम करना होगा।

श्वेत क्रांति 2.0 से डेयरी विकास को मिलेगा नया आयाम
अमित शाह ने बताया कि ‘श्वेत क्रांति 2.0’ के तहत डेयरी क्षेत्र का सतत और समग्र विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केवल डेयरी सहकारिताओं का विस्तार ही नहीं, बल्कि एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना होगा जो टिकाऊ हो और चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे।
एकीकृत सहकारी नेटवर्क की आवश्यकता
शाह ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए हमें एक मजबूत और एकीकृत सहकारी नेटवर्क खड़ा करना होगा, जिसमें सहकारिताएं आपस में सहयोग करते हुए कार्य करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी दिशा में तीन नई समितियों की स्थापना का निर्णय लिया गया है।
तीनों समितियों की भूमिकाएं
पहली समिति पशु चारा उत्पादन, रोग नियंत्रण और कृत्रिम गर्भाधान पर कार्य करेगी।
दूसरी समिति गोबर प्रबंधन के लिए मॉडल विकसित करेगी।
तीसरी समिति मृत पशुओं के अवशेषों के पुनः उपयोग को प्रोत्साहित करेगी।
किसानों को मिलेंगे प्रत्यक्ष लाभ
अमित शाह ने यह भी कहा कि कार्बन क्रेडिट का सीधा लाभ किसानों तक पहुंचाना जरूरी है। साथ ही, उन्होंने दुग्ध संघों और सहकारी समितियों को सशक्त बनाने और डेयरी संयंत्रों में खाद्य प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने की बात कही।
‘सहकार में सहकार’ की भूमिका
शाह ने अमूल जैसे सफल सहकारी मॉडल का उदाहरण देते हुए कहा कि आज ‘सहकार से समृद्धि’ का सपना साकार हो रहा है, जिसमें ‘सहकार में सहकार’ का दृष्टिकोण अहम भूमिका निभा रहा है।
अन्य मंत्रालयों और संस्थाओं से तालमेल
उन्होंने यह भी बताया कि सहकारिता मंत्रालय अन्य मंत्रालयों और हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि ग्राम स्तरीय सहकारी समितियों को अधिक गतिविधियों से जोड़ा जा सके, जिससे उनका दायरा और प्रभाव दोनों बढ़े।
बैठक में ये लोग रहे शामिल
इस बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल सिंह गुर्जर, मुरलीधर मोहाल और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड व नाबार्ड जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। अमित शाह ने इन संस्थाओं के योगदान की सराहना की।