भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए नेताओं के दौरे
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता सेना के जवानों का मनोबल बढ़ाने और उनकी हिम्मत बढ़ाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर एयरबेस पहुंचे, जहाँ उन्होंने सेना के जवानों से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की हालात के बारे में जानकारी प्राप्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस का दौरा करेंगे। इससे पहले वे गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में थे। भुज में वे वायुसेना के अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे। यह राजनाथ सिंह का ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला दौरा होगा। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की है।
गुजरात पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है, जिसकी लंबाई लगभग 508 किलोमीटर है। हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष के दौरान गुजरात के कई शहरों में ड्रोन हमलों की कोशिश की थी। भुज एयरबेस पर भी पाकिस्तान ने ड्रोन से हमला किया था, लेकिन भारतीय सुरक्षा तंत्र ने सभी हमलों को प्रभावी तरीके से नाकाम किया।
आतंकियों को कोई जगह नहीं मिलेगी – राजनाथ सिंह
श्रीनगर में सेना के जवानों से बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में छिपे आतंकवादी संगठन और उनके नेताओं को साफ संदेश दिया है कि वे कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने बताया कि हमारी सेना ने दुनिया को यह दिखा दिया है कि उनका निशाना बिल्कुल सटीक है और दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई अब गिनती का मामला है।
प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ये दौरे इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि पाकिस्तानी सेना ने यह प्रचारित करने की कोशिश की थी कि उनके हमलों से आदमपुर, श्रीनगर और भुज एयरबेस को नुकसान पहुंचा है। इन दौरे से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत के इन महत्वपूर्ण ठिकानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है और वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
