भारत ने हाल ही में चार दिनों तक चले पाकिस्तान से संघर्ष के दौरान पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं और हवाई अड्डों को निशाना बनाकर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। टाइम्स की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु: रिपोर्ट के अनुसार, हमलों से पहले और बाद की हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों में साफ देखा गया कि भारत के हमलों ने पाकिस्तान के एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया है। यह संघर्ष पिछले 50 वर्षों में भारत-पाकिस्तान के बीच सबसे बड़ा टकराव था, जिसमें दोनों पक्षों ने मिसाइलों का इस्तेमाल किया।
सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि हमले व्यापक थे, लेकिन नुकसान दावों के मुकाबले सीमित था और पाकिस्तान को अधिक क्षति हुई। दोनों पक्षों के भारी नुकसान के दावों के बावजूद, तस्वीरें दिखाती हैं कि भारत ने सटीक और प्रभावी निशाना साधा।
भोलारी और नूर खान एयरबेस पर हमला: कराची के पास स्थित भोलारी एयरबेस पर हुए हमले में भारतीय सेना ने एयरक्राफ्ट हैंगर को निशाना बनाया, जहां सैटेलाइट तस्वीरों में हैंगर को पहुंचा नुकसान स्पष्ट रूप से दिखता है। नूर खान एयरबेस, जो इस्लामाबाद के पास है और जहां पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा होती है, पर भी भारत ने सटीक हमले किए।
सरगोधा और रहीम यार खान एयरबेस पर भी भारत ने रनवे को नुकसान पहुंचाने का दावा किया है, जिसे सैटेलाइट तस्वीरें पुष्टि करती हैं।
पाकिस्तान के दावों का खुलासा: पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत के उधमपुर एयरबेस को पूरी तरह तबाह कर दिया है, लेकिन 12 मई की सैटेलाइट तस्वीरें इस दावे को गलत साबित करती हैं और उधमपुर एयरबेस बिना किसी नुकसान के बरकरार है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट: NYT के बाद वाशिंगटन पोस्ट ने भी पुष्टि की है कि भारत के हमलों से पाकिस्तान के कम से कम छह एयरबेसों को नुकसान पहुंचा है। दो दर्जन से अधिक सैटेलाइट इमेज और वीडियो की समीक्षा में यह पाया गया कि तीन हैंगर, दो रनवे और दो मोबाइल इमारतें प्रभावित हुईं। भारतीय हमले पाकिस्तान की सीमा से करीब 100 मील के अंदर तक हुए।
कुल मिलाकर, इस रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि भारत ने टकराव में रणनीतिक रूप से Pakistan के सैन्य आधारों को भयंकर नुकसान पहुंचाया है।
