नमस्कार
मेरा नाम रुपाली शुक्ला है, मैंने कानपुर विश्वविद्यालय से परास्नातक किया हैI बचपन से लेखन के प्रति रुझान आज मेरी आय क स्रोत बन सका, किताबें पढना मेरा मनपसंद कार्य है, कहानियां,कवितायेँ उपन्यास, लेख सभी में मेरी रूचि हैI मैं समझती हूँ कि आप वही बोलेंगे या लिखेंगे जितना कि आपको ज्ञान है इसलिए हर पल कुछ नया सीखने का प्रयास करती हूँ I मैंने कई कहानियाँ व कवितायेँ लिखी हैंI लेखन के अलावा मै अध्यापन कार्य भी करती हूँI हिंदी मेरा प्रिय विषय है, अधिकतर मैं हिंदी भाषा में ही लिखने का प्रयास करती हूँ मुझे अपनी मातृभाषा में लिखने से आत्म संतुष्टि मिलती हैI मेरे पास हिंदी साहित्य की पुस्तकों का अनूठा संगृह है, जिनसे मुझे आवश्यकता पड़ने पर सही मार्गदर्शन मिलता हैI