1992 का अजमेर केस आज भी लोगों के जहन में ताजा है। इसके बारे में सोचकर ही रूह कांप जाती है। हालांकि, ऐसा ही एक मामला अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सामने आ रहा है, जहां मुस्लिम गिरोह हिन्दू लड़कियों को अपना शिकार बनाकर उन्हें बुरी तरह से ब्लैकमेल कर रहा था। कई मुस्लिम लड़के अक्सर हिन्दू लड़कियों से दोस्ती करते, उन्हें प्रेमजाल में फंसाते और फिर उनके साथ दुष्कर्म करके ब्लैकमेलिंग किया करते थे। यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता था। बाद में उन्हीं हिन्दू लड़कियों को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अन्य मुस्लिम दोस्तों के पास भेजा जाता, जहां उनके साथ दरिंदगी की जाती रही।

अजमेर पहचान उजागर होने के डर से पीड़िताओं ने चुप्पी साध ली और अपने साथ हो रही बर्बरता को झेलती रहीं। आखिरकार दो अनाथ बहनों ने इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया, जो पुलिस के भी होश उड़ गए। केस की परत दर परत खुलने पर सभी कड़ियां आपस में जुड़ती चली गईं यह कहानी शुरू होती है भोपाल के टीआईटी कॉलेज से, जहां 2 अनाथ बहनों ने दाखिला लिया। बड़ी बहन सेकेंड ईयर की छात्रा है, तो छोटी बहन फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रही है। कॉलेज के दौरान बड़ी बहन की मुलाकात फरहान नामक शख्स से हुई। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हुई। अप्रैल 2022 में फरहान उसे जहांगीराबाद स्थित अपने दोस्त हामिद के घर ले गया।
फरहान ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद फरहान पीड़िता को ब्लैकमेल करने लगा। उसपर बुर्का पहनने से लेकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया। यही नहीं, सितंबर 2024 में फरहान ने पीड़िता को अपने दोस्त अबरार के साथ संबंध बनाने के लिए भी मजबूर किया।