MP: भोपाल-नागपुर हाईवे पर ट्रैफिक समस्या दूर, सेना ने 3 दिन में बना दिया सुखतवा पुल



नर्मदापुरम. भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक समस्या को सेना ने दूर कर दिया है. आर्मी की 102 वीसी इंजीनियरिंग बटालियन ने महज तीन दिन में सुखतवा नदी पर बैली ब्रिज तैयार कर दिया है. इसकी टेस्टिंग करने के बाद गाड़ियों का आना-जाना शुरू हो जाएगा. यह बैली ब्रिज 93 फीट लंबा और 10.50 फीट चौड़ा है. इसकी क्षमता 40 टन है और इससे अधिक वजनी वाहनों को इस पर से जाने की अनुमति नहीं है. सुखतवा नदी पर बना पुल अप्रैल महीने एक हैवी वेट ट्राला गुजरने से टूट गया था. इस पुल के टूटने के बाद ट्रैफिक रुक गया था.
गौरतलब है कि प्रशासन ने ट्रैफिक शुरू करने के लिए अस्थाई पुल भी बनाया था, लेकिन तवा डैम के बैक वॉटर और सुखतवा नदी में बाढ़ के कारण गाड़ियों को निकलने में समस्या हुई. इसके बाद प्रशासन ने सेना से सहयोग मांगा और उसने बैली ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया. सेना की इंजीनियरिंग विंग ने शुक्रवार सुबह से रात तक पुल का स्पान डाला और फिर शनिवार को इस पर सड़क बनाई गई. इस काम में सेना ने 70 अफसर और जवान लगाए. सभी ने 15 घंटे से ज्यादा लगातार काम किया. इस काम का नेतृत्व कर्नल एमएस मेहता ने किया.
इस वजह से टूटा था ब्रिज
गौरतलब है कि सुखतवा पुल अंग्रेजों के जमाने का 100 साल पुराना ब्रिज था. इसकी ऊंचाई करीब 25 फीट थी. यहां से अप्रैल महीने में 138 व्हील वाला हैवी ट्राला इटारसी पावर ग्रिड की भारी-भरकम मशीन लेकर गुजरा. जैसे ही यह ब्रिज के बीच पहुंचा, वैसे ही पुल तोड़ते हुए नदी में जा गिरा. इसके बाद वहां ट्रैफिर व्यवस्था चरमरा गई और दोनों ओर गाड़ियों की लाइन लग गई. प्रशासन ने तुरंत रूट डायवर्ट किया. इस वजह से भोपाल-नागपुर के बीच की दूरी 100 किमी से ज्यादा बढ़ गई.
मच गया था हड़कंप
बता दें, भोपाल-नागपुर हाईवे पर बना सुखतवा पुल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है. इस पुल से करीब 8 हजार वाहन रोज गुजरते थे. इसी वजह से जब यह पुल टूटा तो हड़कंप मच गया था. प्रशासन जैस-तैसे अस्थाई पुल बनाया और गाड़ियों का आना-जाना शुरू हुआ. लेकिन, यह पुल नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद किसी काम का नहीं रह जाता. दोनों ओर गाड़ियों की लाइन लग जाती है.