इस्लामाबाद। भारत द्वारा एक पाकिस्तानी राजनयिक को निष्कासित किए जाने के एक दिन बाद, पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को निष्कासित करने की घोषणा की। यह कदम भारत की जवाबी कार्रवाई के रूप में उठाया गया है। बुधवार को भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी को “अवांछित व्यक्ति” घोषित कर 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया था।

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने इस निष्कासन के लिए कोई स्पष्ट प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया है, जिससे यह माना जा रहा है कि यह प्रतिक्रिया भारत की कार्रवाई से उत्पन्न असंतोष का परिणाम है।
13 मई को भी भारत ने लिया था सख्त फैसला
इससे पहले 13 मई को भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अन्य अधिकारी को जासूसी के आरोपों के चलते निष्कासित कर दिया था। बताया जा रहा है कि यह अधिकारी, दानिश, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा हुआ था। उसके संबंध भारतीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और पंजाब-हरियाणा से गिरफ्तार अन्य संदिग्ध जासूसों से पाए गए थे।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में बढ़ा तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव की शुरुआत पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला कर कई आतंकियों को मार गिराया। पाकिस्तान ने भी भारत पर हमलों का प्रयास किया, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।
इसके बाद 8 से 10 मई के बीच पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने हर बार दृढ़ प्रतिक्रिया दी। अंततः 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की घोषणा हुई।