शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने एक बड़ा राजनीतिक बयान देते हुए कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र विरोधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का विरोध करने वाले हर व्यक्ति का स्वागत करती है। उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के साथ संभावित गठबंधन को लेकर भी संकेत दिए और कहा कि इस विषय पर निर्णय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लेना चाहिए।

मीडिया से बातचीत में आदित्य ने कहा, “हम वहीं हैं जहां पहले थे। हमारा लक्ष्य देश, महाराष्ट्र और समाज के हित में काम करना है। जो लोग भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हैं, हम उनका खुले दिल से स्वागत करते हैं।”
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे में नजदीकियां बढ़ीं
पिछले महीने, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बीच सुलह की संभावनाओं की चर्चा तेज हुई थी। दोनों नेताओं ने संकेत दिए थे कि वे पुराने मतभेदों को भुलाकर एक साथ आ सकते हैं, बशर्ते राज ठाकरे का भाजपा या शिंदे गुट से कोई संबंध न हो।
राज ठाकरे ने भी मराठी भाषी जनता के हितों के लिए एकजुट होने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि यदि उद्देश्य स्पष्ट हो तो एकजुट होना मुश्किल नहीं है। वहीं, उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटे-मोटे मतभेदों को दरकिनार करने को तैयार हैं, लेकिन ऐसे किसी भी व्यक्ति या दल को साथ नहीं लाया जाएगा जो महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ हो।
संभावित गठबंधन पर टिकी निगाहें
हाल ही में मनसे के वरिष्ठ नेता संदीप देशपांडे ने भी कहा कि राज ठाकरे शिवसेना (यूबीटी) के साथ तभी गठबंधन पर विचार करेंगे जब कोई ठोस प्रस्ताव सामने रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले किए गए गठबंधन प्रयासों को गंभीरता से नहीं लिया गया था।
फिलहाल, दोनों दलों की ओर से गठबंधन को लेकर सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में बदलाव की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि, एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस दिशा में कोई ठोस फैसला अब तक नहीं लिया गया है।