Saturday, May 17, 2025
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शशि थरूर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मौका, अमेरिका में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पक्ष रखेंगे।

संसदीय कार्य मंत्रालय ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के नेतृत्व के लिए सांसदों के नाम घोषित किए

संसदीय कार्य मंत्रालय ने उन सांसदों के नाम जारी किए हैं जो विदेशों में भारत का पक्ष मजबूत करने वाले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे। मोदी सरकार ने इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को चुना है। अब थरूर अमेरिका में भारत का पक्ष रखते हुए पाकिस्तान की साजिशों को बेनकाब करेंगे।


पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भारत का पक्ष पेश करने के लिए सात प्रतिनिधिमंडलों का गठन किया गया है, जिनके प्रमुख इस प्रकार हैं: शशि थरूर – अमेरिका, विजयंत जय पांडा – पूर्वी यूरोप, कनिमोझी – रूस, संजय झा – दक्षिण पूर्व एशिया, रविशंकर प्रसाद – मध्य पूर्व, सुप्रिया सुले – पश्चिमी एशिया, श्रीकांत शिंदे – अफ्रीका।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सशक्त जवाब देते हुए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर एक मजबूत संदेश दिया है। इस कार्रवाई को न केवल जनता बल्कि सभी राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है। देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता में सभी दलों ने एकमत होकर देश की रक्षा के लिए खड़े होने का संदेश दिया।

विदेशों में भारत की एकजुटता की मिसाल

सरकार ने फैसला किया है कि ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत के पक्ष को दुनिया के आठ विभिन्न देशों में भेजे जाने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों के माध्यम से रखा जाएगा। इस योजना का समन्वय संसदीय कार्य मंत्रालय कर रहा है, जो विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इसे अंतिम रूप दे रहा है।

पहले चरण में आठ समूह बनाए गए हैं, जो विभिन्न देशों का दौरा करेंगे। इन समूहों में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के सांसद शामिल होंगे ताकि यह स्पष्ट हो कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई केवल सरकार की नहीं बल्कि पूरे देश की साझा प्रतिबद्धता है।

प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य

हर प्रतिनिधिमंडल में लगभग छह सांसद होंगे, जिनमें सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर शामिल होंगे। इन सांसदों का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह स्पष्ट करना है कि कैसे पाकिस्तान के आतंकवादी ढांचे ने भारत की संप्रभुता पर हमला किया और भारत ने संयम व दृढ़ता के साथ उसका जवाब दिया।

प्रतिनिधिमंडलों का लक्ष्य विदेशी सरकारों, थिंक टैंकों, मीडिया और नीति निर्माताओं को समझाना होगा कि भारत की यह कार्रवाई अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी थी, न कि किसी अन्य देश की संप्रभुता का उल्लंघन।

विदेश यात्रा की योजना

22 मई के बाद सांसदों के ये प्रतिनिधिमंडल विदेश यात्रा पर निकलेंगे। लगभग 43-45 सांसद इन दलों में शामिल होंगे। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इन सांसदों में प्रेमचंद गुप्ता (आरजेडी), संजय झा (जेडीयू), रविशंकर प्रसाद (बीजेपी), विजयंत जय पांडा (बीजेपी), अनुराग ठाकुर (बीजेपी), बृजलाल (बीजेपी), तेजस्वी सूर्या (बीजेपी), अपराजिता सारंगी (बीजेपी), राजीव प्रताप रूडी (बीजेपी), डी पुरंदेश्वरी (बीजेपी), श्रीकांत शिंदे (शिवसेना), सुप्रिया सुले (एनसीपी), सस्मित पात्रा (बीजेडी), समिक भट्टाचार्य (बीजेपी), मनीष तिवारी (कांग्रेस), शशि थरूर (कांग्रेस), अमर सिंह (कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना), जॉन बिट्स (सीपीआई एम), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम) शामिल हैं।

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