Wednesday, May 14, 2025
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“मानसून ने बंगाल की खाड़ी में दी दस्तक, कई राज्यों में तेज़ होंगी बारिशें”

उत्तर भारत में मौसम का बदला मिजाज, कई राज्यों में बारिश की संभावना

दिल्ली-एनसीआर में इस बार गर्मी का असर सामान्य से कम महसूस हो रहा है। जैसे ही तापमान बढ़ने लगता है, मौसम अचानक करवट बदल लेता है और बारिश या आंधी हो जाती है। मंगलवार शाम भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में अगले चार दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।

पहाड़ी राज्यों में गर्मी से राहत


जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मौसम राहत देने वाला रहेगा। यहां तेज बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। वहीं, निकोबार द्वीपसमूह में बीते दो दिनों के दौरान मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई है।

मानसून के लिए अनुकूल हालात

IMD ने जानकारी दी है कि अगले 3-4 दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और मध्य बंगाल की खाड़ी में मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बन रही हैं।

मानसून ने बंगाल की खाड़ी में दी दस्तक

दक्षिण-पश्चिम मानसून मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, अंडमान सागर और निकोबार द्वीप समूह में पहुंच चुका है। अनुमान है कि 27 मई तक मानसून केरल तक पहुंच जाएगा।

आमतौर पर 8 जुलाई तक पूरे देश में फैलता है मानसून

हर साल मानसून 1 जून के आसपास केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। 17 सितंबर से मानसून उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह समाप्त हो जाता है। अगर इस बार मानसून समय पर केरल पहुंचता है तो यह 2009 के बाद पहली बार होगा, जब मानसून समय से पहले या ठीक समय पर पहुंचेगा।

कृषि और जल आपूर्ति के लिए मानसून अहम

भारत में मानसून का सीधा असर कृषि क्षेत्र पर पड़ता है। देश की लगभग 42% आबादी कृषि पर निर्भर है और GDP में इसका योगदान लगभग 18% है। साथ ही मानसून जलाशयों को भरने और बिजली उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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