सीजफायर पर सहमति के बीच मनोज तिवारी का बयान – “भारत का मकसद युद्ध नहीं, आतंक का खात्मा”
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर बनी सहमति के बाद बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति बेहद सख्त है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करना है।

तिवारी ने बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर” पाकिस्तान के नागरिकों के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकियों के खिलाफ चलाया गया था। उनका कहना है कि ऐसे अभियानों का मकसद आतंक के ठिकानों को खत्म करना है और भविष्य में भी ये ऑपरेशन जारी रहेंगे उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने सीजफायर को स्वीकार जरूर किया है, लेकिन पाकिस्तान पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। “यदि कोई भी आतंकी हरकत होती है, तो वह भारत के लिए युद्ध की घोषणा मानी जाएगी,” तिवारी ने चेतावनी दी।
सांसद ने यह भी खंडन किया कि भारतीय सेना ने किसी धार्मिक स्थल को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान द्वारा फैलाई गई अफवाह है। उन्होंने भारतीय सेना के संयम और साहस की सराहना की, खासकर उन परिस्थितियों में जब पाकिस्तान की ओर से नागरिक विमानों के बीच हमला करने की कोशिश हुई।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने सीजफायर को स्वीकार जरूर किया है, लेकिन पाकिस्तान पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। “यदि कोई भी आतंकी हरकत होती है, तो वह भारत के लिए युद्ध की घोषणा मानी जाएगी,” तिवारी ने चेतावनी दी।
सांसद ने यह भी खंडन किया कि भारतीय सेना ने किसी धार्मिक स्थल को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान द्वारा फैलाई गई अफवाह है। उन्होंने भारतीय सेना के संयम और साहस की सराहना की, खासकर उन परिस्थितियों में जब पाकिस्तान की ओर से नागरिक विमानों के बीच हमला करने की कोशिश हुई।